शिक्षक आजीवन विद्यार्थी रहता है- कुलपति
शिक्षकों का उन्मुखीकरण एवं दक्षता विकास, शिक्षा की गुणवत्ता को सुदृढ़ बनता है
डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय में मनाया गया शिक्षक दिवस
विद्यार्थियों ने किया शिक्षकों का सम्मान, कार्यक्रमों की दी प्रस्तुति
बिलासपुर। डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस मनाया गया । इस अवसर पर विद्यार्थियों शिक्षकों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया और उन्हें सम्मानित किया । विद्यार्थियों ने अनेक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी ।
इस अवसर पर उपस्थित विश्वाविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार घोष ने , कहा कि शिक्षकों का उन्मुखीकरण एवं दक्षता विकास शिक्षा की गुणवत्ता को सुदृढ़ बनाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। जब ये कार्यक्रम सतत रूप से संचालित होते हैं, तब शिक्षक केवल अपने विषय-ज्ञान तक सीमित नहीं रहते, बल्कि नई शिक्षण-पद्धतियों, तकनीकी नवाचारों तथा छात्र-केंद्रित दृष्टिकोणों को भी आत्मसात करते हैं। इस निरंतर प्रक्रिया से शिक्षक आजीवन शिक्षार्थी बने रहते हैं, जिससे न केवल उनकी व्यक्तिगत दक्षता बढ़ती है, बल्कि विद्यार्थियों को भी गुणवत्तापूर्ण और प्रासंगिक शिक्षा प्राप्त होती है। इस प्रकार, सतत उन्मुखीकरण और प्रशिक्षण से शिक्षक शिक्षण-प्रक्रिया में अधिक प्रभावी, संवेदनशील और अद्यतन बने रहते हैं। विश्वविद्यालय निरंतर करते रहता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षक आजीवन विद्यार्थी रहता है। जो शिक्षक सीखेगा नहीं वह सिखाएगा कैसे ? उन्होंने बताया कि इसलिए हर शिक्षक को हमेशा सीखते रहना चाहिए, ताकि वह बदलते समाज को सही दिशा देता रहे। कार्यक्रम में उपस्थित संकुलपति प्रोफेसर जयति चटर्जी ने कहा, कि कोई भी शिक्षक तब तक महान नहीं बन सकता जब तक उसका शिष्य अपने भविष्य के शिखर तक ना पहुचा हो। वास्तव में शिष्य ही गुरु को महान बनाता है। उन्होंने सचिन तेंदुलकर ,लता मंगेशकर जैसे कई महान लोगों के उदाहरण भी प्रस्तुत किया । जिन शिक्षकों के कारण आज उनके शिष्य पूरे विश्व में जाने जाते हैं। शिक्षक दिवस समारोह के अवसर पर विद्यार्थियों ने अनेक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी, जिसे सभी ने सराहा। इस अवसर पर सभी विभागों के विभाग अध्यक्ष प्राध्यापक और विद्यार्थी मौजूद रहे।